जयपुर. 21 दिन के लॉकडाउन के बाद अपने-अपने शहर जा रहे लोगों के लिए राजस्थान सरकार से राहत की खबर आई है। सरकार ने इन लोगों को अपने घर पहुंचाने का फैसला लिया है। साथ ही दूसरे प्रदेशों के लोगों को भी राज्य सीमा तक पहुंचाया जाएगा। इस बीच यूपी से राजस्थान और राजस्थान से यूपी के विभिन्न शहरों में जाने के लिए रोडवेज ने बस सेवा शुरू कर दी है।
भरतपुर डिपो की बस को सैनिटाइज करने के बाद यूपी बॉर्डर पर खड़ा किया। यहीं से यूपी से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग कर बस में बैठाकर जयपुर भेजा जाएगा। जिन यात्रियों के पास रुपए नहीं होंगे उनके नाम, पता मोबाइल नंबर आदि का विवरण किया जाएगा दर्ज। इसके साथ जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वह तय करेंगे की बस को कहां और कैसे जाना है।
पैनिक क्रिएट न करें, ये हमारा रुटीन काम
रोडवेज एमडी नवीन जैन ने बताया कि देररात एसीएस होम का आदेश प्राप्त हुआ है। जो रोडवेज औऱ जिला कलेक्टर के नाम जारी किया गया है। जिसमें पलायन कर रहे लोगों को बसें उप्लब्ध करवाई जाए। जिसमें बताया चाहुंगा कि किइसी तरह का पैनिक क्रिएट न करें। ये हमारा रुटीन काम ही है। अब ये इमरजेंसी सेवा है। हमें इस निर्णय का साथ देना है। सभी तरह की सुरक्षा का पालन करते हुए इस स्थिति से डील किया जाएगा। कलेक्टर को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
एक जगह तय करेंगे कलेक्टर
रोडवेज एमडी नवीन जैन ने बताया- अगर को यूपी में राजस्थान का व्यक्ति फंसा है तो कलेक्टर भरतपुर और आगरा के बॉर्डर पर एक जगह निर्धारित कर देंगे। जहां तक हमें यूपी के लोगों को छोड़ना है। वहीं से राजस्थान के लोगों को लेकर आना है। ऐसे ही हरियाणा, गुजरात, एमपी और पंजाब के साथ भी तय हो जाएगा। हम बॉर्डर से बॉर्डर ही डील करेंगे। आगे की व्यवस्था स्टेट की रोडवेज अपने माध्यम से देखेगी। किसी दूसरे स्टेट के बॉर्डर पर एंटर नहीं करेंगे। सभी यात्राओं का विवरण जरूर रखें।